रायसेन. दुबई में रायसेन के कई लोग निवास कर रहे हैं, उनको लेकर परिजनों में चिंता का माहौल है, क्योंकि विश्वभर में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसी स्थिति में परिजन उन्हें वापस बुलाने के लिए फोन लगा रहे है, लेकिन दुबई में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर होेने और वायरस से निपटने के लिए बरती जा रही सुरक्षा को लेकर वहां पर रहने वाले लोग भारत लौटने के इच्छुक नहीं है। दुबई में रायसेन के तीन लोग है, जो वहां पर अलग-अलग कंपनियों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
रायसेन के गोविंद सिंह राजपूत का बेटा अजय सिंह राजपूत दुबई में जॉब करता है। जब दुबई में निवास कर रहे अजय सिंह राजपूत ने मोबाइल पर कोरोना वायरस को लेकर वहां की व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की गई तो उसने बताया कि दुबई में कोरोना वायरस को लेकर किसी प्रकार का ज्यादा डर नहीं है। यहां पर पूरे शहर को दिन में तीन बार सेनेटाइज से क्लीन किया जा रहा है। इतना ही नहीं किसी भी चीज को इस्तेमाल करने से पहले लोग सेनेटाइजर से हाथ धो रहे है, उसके बाद ही अपने उपयोग में आने वाले चीजों को इस्तेमाल कर रहे हैं।
परिजन रोज लगाते हैं फोन, बुला रहे हैं वापस
दुबई में जाब करने वाले अजय राजपूत ने बताया कि जब से कोरोना वायरस फैला है, तब से परिवार के लोगों की चिंताएं बढ़ गई है । परिवार के सदस्य और रिश्तेदार दुबई से भारत वापस लौट आने के लिए दबाव भी बना रहे है, लेकिन यहां पर सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही स्वास्थ्य सेवाएं भारत से ज्यादा बेहतर है। इसलिए वह भारत से ज्यादा दुबई में अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहा हूं।
स्क्रीनिंग मशीनों से तत्काल पकड़ा जाते है मरीज
दुबई में रहने वाले अजय राजपूत ने बताया कि रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट के अलावा अन्य ऐसे स्थान जहां पर भीड़ भाड़ एकत्रित होती है, वहां पर दुबई सरकार ने स्क्रीनिंग की मशीनें लगवा दी है, वहां पर यदि कोई संक्रमित मरीज पहुंचता तो वहां स्क्रीनिंग मशीनों से पकड़ में आ जाता और उसे तत्काल आइसोलेशन के लिए भेज दिया जाता है, जिससे यहां पर इस वायरस को कंट्रोल करना आसान बना हुआ है।