डांग में आतंक का पर्याय बना पप्पू मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार, यूपी-एमपी पुलिस को भी थी तलाश


बाड़ी. (अमित जादौन)। पिछले करीब डेढ़ दशक से डांग में आतंक का पर्याय बने पचास हजार के इनामी बदमाश पप्पू गुर्जर को उसके एक साथी के साथ धौलपुर पुलिस ने मंगलवार को मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। पुलिस के लिए सिरदर्द बना पप्पू धौलपुर-करौली के साथ एमपी-यूपी में भी वारदातों को अंजाम देता रहा है।


मुगलपुरा के जंगलों में धौलपुर पुलिस की दस्यु गैंग से मुठभेड़ हुई। चारों तरफ से घेर लिए जाने पर पप्पू और उसके साथी ने सरेंडर कर दिया। पुलिस को बदमाशों के पास से दो पचफेरा और 70 कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस को मिली इस कामयाबी के बाद भरतपुर रेंज आईजी लक्ष्मण गौड़ और जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा बाड़ी सदर थाना पहुंचे जहां उन्होंने पुलिस टीम को बधाई दी।


आईजी लक्ष्मण गौड़ ने बताया कि आरोपी पप्पू कई वर्षों से डांग क्षेत्र में आतंक का पर्याय था। पिछले 14 वर्षों से यह पुलिस की छका रहा था। पुलिस की इससे कई बार मुठभेड़ भी हुई थी, लेकिन हर बार यह अपने साथियों के साथ भागने में कामयाब हो जाता था। इस बार धौलपुर पुलिस ने ऐसी रणनीति अपनाई कि आरोपी अपने एक साथी के साथ पकड़ में आ गया।


सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस


एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि मंगलवार सुबह सूचना मिली कि पप्पू गुर्जर अपने साथी कल्लू गुर्जर के साथ गांव अतिराज का पुरा और मुगलपुरा के बीच जंगल में छिपा है। सूचना पर धौलपुर से डीएसटी टीम, बाड़ी सदर थाना टीम डांग बसई पुलिस और मनिया पुलिस को मय जाप्ते के साथ रवाना किया गया। पुलिस ने बताए गए स्थान को चारों ओर से घेरने के बाद तलाशी शुरू की तो पप्पू और उसके साथी कल्लू ने पुलिस पर फायरिंग कर दी।


पुलिस ने दोनों आरोपियों को चारों ओर से घेर लिया और सरेंडर करने को कहा। थोड़ी देर में ही पप्पू और कल्लू ने समर्पण कर दिया। दोनों आरोपियों को बाड़ी सदर थाने में रखा गया है जहां उनसे विभिन्न मामलों को लेकर पूछताछ की जा रही है।



इस टीम ने की कार्रवाई
कार्रवाई के दौरान बाड़ी सदर थाना अधिकारी योगेंद्र सिंह, डांग बसई थाना अधिकारी कैलाश गुर्जर, मनिया थाना अधिकारी परमजीत सिंह, डीएसटी टीम इंचार्ज सुमन कुमार के साथ पुलिस के सभी जवानों का विशेष सहयोग रहा है।


कुख्यात बदमाश जगन गुर्जर का भाई है पप्पू 


आरोपी पप्पू गुर्जर पचास हजार का इनामी है। इसका दूसरा नाम जदनार गुर्जर है। यह जेल में बंद कुख्यात बदमाश रहे जगन गुर्जर का भाई है और गांव भभूतिपुरा का रहने वाला है। यह जिले के टॉप 10 बदमाशों की सूची में शामिल है। पुलिस को इसकी करीब 14 साल से तलाश थी। यह डांग क्षेत्र में आतंक का पर्याय था। वहीं इसके साथ इसके साथी कल्लू उर्फ बैजनाथ गुर्जर को भी गिरफ़्त में लिया है जो पांच हजार रूपये का इनामी है।